29 March 2014

जानत! हूँ कि तुम्हारा होना है

जानत! हूँ कि तुम्हारा होना है । आओ हँस लें कि फिर तो रोना है ।

हमको अपना पता भी याद नहीं, तेरी आँखों का जादू - टोना है । 

हर तरफ़ प्यार, प्यार, प्यार उगे, बीज ऐसा दिलों में बोना है ।

मौत और ज़िन्दगी का अर्थ है क्या, साँस का जागना है, सोना है ।

तू अभी तक बसा है साँसों में, तुझसे महका ये कोना-कोना है ।

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